‘असली साहित्य हमेशा पराजितों के बारे में बात करता है’
विजयी लोगों के बारे में बात करना बहुत बोरिंग काम है। असली साहित्य हमेशा पराजितों के बारे में बात करता है।
विजयी लोगों के बारे में बात करना बहुत बोरिंग काम है। असली साहित्य हमेशा पराजितों के बारे में बात करता है।
हम जिन ढांचों में बंधकर इस दुनिया को चलाने का काम करते हैं, उन ढांचों की वजह से यह केवल…
हिंदी सिनेमा बॉक्स ऑफिस और स्टार सिस्टम की मोह-माया से मुक्ति की ओर आत्मविश्वास से चल पड़ा है.
कविता हमारे भीतर एक अंतरसंवाद पैदा करती है। यह हमारे अपने सत्य के प्रति एक निजी यात्रा का प्रस्थान होती है।
विचारधारात्मक मतभेदों को भुलाते हुये महाराष्ट्र की सभी लेबर यूनियन साथ आ गई हैं. ये महाराष्ट्र के श्रम विभाग के…
आजकल इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडिया की तरह प्रिंट की पत्रकारिता भी बेहद जल्दबाजी में की जा रही है. मीडिया जगत…
‘यह लेख चमन मिश्रा ने लिखकर हमें 6 जनवरी को कमलेश्वर की जयंती पर भेजा, जिसे हम एक दिन विलंब…
विश्व पुस्तक मेले का दिल्ली के प्रगति मैदान में आज से आगाज़ हो रहा है. ऐसे में कई नई-पुरानी किताबों…
यह एक ऐसा लेख है जिसकी भूमिका नहीं लिखी जा सकती। दरअसल, यह विदा के बारे में हैं। यह दुःख…
अरविंद केजरीवाल ने अरूणा राय की बात नहीं मानी। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण समेत बहुतों ने उनकी बात नहीं…